सोरा यसिस | Psoriasis
सोरायसिस (Psoriasis) एक चर्म रोग है, जिसमें त्वचा की कोशिकाएं तेजी से बनती हैं और वह मृत कोशिकाएं त्वचा की सतह पर इकठ्ठा हो जाती हैं। इससे लाल, सूजे हुए दाने और चमकीली, पपड़ीदार परत बन जाती है। यह एक क्रोनिक (दीर्घकालिक) बीमारी है, जो समय-समय पर बढ़ सकती है और फिर कुछ समय के लिए ठीक भी हो सकती है।
🧬 सोरायसिस के लक्षण (Symptoms):
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त्वचा पर लाल, मोटी और चकत्तेदार धब्बे बनना।
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धब्बों पर चमकदार सिल्वर-व्हाइट पपड़ी (Scales) दिखना।
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खुजली, सूजन, और जलन।
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हाथों, पैरों, सिर, या कमर के हिस्सों में धब्बे होना।
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कभी-कभी नाखूनों में भी दाग और बदलाव हो सकते हैं।
⚠️ सोरायसिस के कारण (Causes):
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ऑटोइम्यून डिसऑर्डर: इम्यून सिस्टम त्वचा की कोशिकाओं को गलत तरीके से पहचान कर हमला करता है।
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जेनेटिक्स: अगर परिवार में किसी को सोरायसिस है तो इसका जोखिम बढ़ सकता है।
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तनाव, जलन, चोट: कभी-कभी तनाव या चोट के कारण सोरायसिस बढ़ सकता है।
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दवाओं या इन्फेक्शन: कुछ दवाइयां और इन्फेक्शंस भी इसे ट्रिगर कर सकते हैं।
🩺 सोरायसिस का इलाज (Treatment):
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स्वास्थ्य इतिहास की जांच:
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रोगी का पूर्ण मेडिकल इतिहास लिया जाता है।
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सोरायसिस के लक्षणों और उनके प्रभाव का विश्लेषण किया जाता है।
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होम्योपैथिक दवाओं का चयन:
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सूजन, खुजली, और पपड़ीदार त्वचा के लिए उपयुक्त होम्योपैथिक दवाओं का चयन किया जाता है।
✅ सोरायसिस से बचाव और देखभाल (Prevention & Care):
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स्ट्रेस कम करें: योग, ध्यान और शारीरिक व्यायाम के माध्यम से मानसिक तनाव को कम करें।
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त्वचा को मॉइश्चराइज करें: सूखी त्वचा को बचाने के लिए नियमित रूप से मॉइश्चराइज़र का इस्तेमाल करें।
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ठंडी और सुखी जलवायु से बचें: ठंडी और सूखी हवा सोरायसिस को बढ़ा सकती है।
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सुर्य रौशनी का हल्का सेवन: सूर्य की हल्की रौशनी से त्वचा पर राहत मिल सकती है, लेकिन ज्यादा धूप से बचें।
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स्वस्थ आहार: ताजे फल, सब्जियां और पर्याप्त पानी पीना फायदेमंद होता है।
